बौने की चेतावनी

किसी राज्य में एक राजा शासन करता था ।

राजा के पास सेवा का एक बड़ा सुंदर बाग था ।

उसने अपने बाग पर जादू कर रखा था , ताकि कोई भी मनुष्य पेड़ों पर लगा सेब न खा सके ।

जो व्यक्ति उन सेवों को छूता , वह धरती के नीचे चला जाता ।

उस राजा की तीन बेटियां थीं ।

उन्होंने सोचा कि उन पर उस जादू का कोई असर नहीं होगा ।

मगर जैसे ही उन्होंने सेबों को हुआ , वे धरती के नीचे चली गईं ।

राजा को इस बारे में कुछ पता नहीं चला ।

उसने उनकी बहुत खोज करवाई , लेकिन तीनों राजकुमारियों के बारे में कोई कुछ नहीं जानता था ।

राजा ने ऐलान करवा दिया कि जो भी व्यक्ति उसकी बेटियों को खोज कर लाएगा , उनमें से एक के साथ उसका विवाह करा दिया जाएगा ।

बहुत से लोग राजकुमारियों की खोज में जुट गए ।

उसी राज्य में तीन शिकारी भाई भी रहते थे ।

उन्होंने तय किया कि वे राजकुमारियों को अवश्य ढूंढ निकालेंगे ।

फिर वे जंगल में बने एक खाली किले में जाकर रहने लगे ।

सबसे बड़ा भाई वहीं ठहरा और बाकी दो भाई राजकुमारियों को खोजने चले गए ।

बड़े भाई ने बहुत - सा खाना मंगवाया ।

जब वह खाना खाने लगा , छोटे बौने ने आकर अपना हिस्सा मांगा ।

लेकिन बड़े भाई ने उसे झिड़की तो एक देकर भगा दिया ।

अगले दिन किले में दूसरे भाई के रुकने की बारी थी , अतः बाकी दोनों भाई राजकुमारियों की खोज में चले गए ।

फिर दूसरे भाई के साथ भी वही हुआ ।

उसके खाना खाते समय बौने ने आकर उससे अपना हिस्सा मांगा , लेकिन उसने भी उसे डांटकर भगा दिया ।

तीसरे दिन सबसे छोटे भाई हैंस को किले में ठहरना था ।

जब बौने ने उससे खाना मांगा , तो उसने उसे बड़े प्यार से बिठाकर खाना खिलाया ।

ऐसे में बौना बहुत खुश हुआ और बोला कि वह धरती के नीचे रहने वाले अपने भाइयों की मदद लेगा ।

वे लोग मिलकर राजकुमारियों को खोज निकालेंगे ।

इसके बाद उसने हैंस को एक घंटी और तलवार दी तथा उसे एक कुएं के पास ले गया ।

फिर उसे एक बाल्टी देते हुए नीचे जाने को कहा ।

बौना बोला , " तीनों राजकुमारी नीचे एक कमरे में हैं ।

वे उस ड्रैगन के बाल संवारती हैं , जो उनकी रखवाली कर रहा है ।

तुम जाकर उसका सिर काट देना और उन्हें बचा लेना ।

लेकिन अपने जलनखोर भाइयों से बचकर रहना ।

" हैंस ने अपने भाइयों को सब कुछ बता दिया , लेकिन बौने की चेतावनी नहीं बताई ।

अगले दिन बड़े भाई ने कुएं में जाने की इच्छा जताई , लेकिन

थोड़ा - सा अंदर जाते ही वह डर गया ।

फिर उसने घंटी बजाई और उसे ऊपर खींच लिया गया ।

दूसरे भाई के साथ भी यहां हुआ ।

लेकिन हँस आराम से नीचे चला गया और अपना काम सफलतापूर्वक निपटाया ।

तीनों राजकुमारियां आजाद हो गई ।

उसने घंटी बजाई और राजकुमारियों को बाल्टी में बिठा दिया ।

दोनों भाइयों ने उन्हें कुएं से बाहर खींच लिया ।

हैंस को बौने की चेतावनी याद थी ।

अपनी बारी आने पर उसने बाल्टी में भारी पत्थर डालकर भेज दिया ।

हँस के भाई नहीं चाहते थे कि वह बाहर आए ।

उन्होंने सोचा कि अब हँस बाहर आ रहा होगा , इसलिए बीच रास्ते में ही रस्सी काट दी ।

बाल्टी कुएं में गिर गई और उन्हें लगा कि उनका भाई मर गया ।

वे तीनों राजकुमारियों को राजा के पास ले गए , ताकि अपना इनाम ले सकें ।

इधर हैंस नीचे के कमरों में अपनी जान बचाने का उपाय कर रहा था ।

तभी उसे दीवार पर टंगी एक बांसुरी दिखाई दी ।

उसे बजाने से सारे बौने उसके पास आ गए ।

उन्होंने उसे कुएं से निकालकर महल में पहुंचा दिया ।

तीनों राजकुमारियों ने राजा को बताया कि उनकी जान तो हैंस ने बचाई थी ।

यह सुनकर राजा ने दोनों बड़े भाइयों को हमेशा के लिए राज्य से निकाल दिया ।

फिर हैंस की शादी छोटी राजकुमारी से हो गई ।