बहुत समय पहले की बात हैं ।
किसी महल में एक राजकुमारी रहती थी ।
उसके महल के बाहर एक सुंदर बाग था ।
उसे फूल बहुत पसंद थे , इसलिए सभी लोग उसे ' फूल राजकुमारी ' कहकर बुलाते थे ।
उसके फूलों की क्यारी के बीच एक बहुत लंबा पेड़ था ।
उसे देखकर लगता था , मानो वह आकाश से बातें कर रहा हो ।
उसकी एक शाखा पर हमेशा गुलाबी फूल खिला रहता था ।
मगर उस फूल तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल था ।
एक नौजवान माली को राजकुमारी से बहुत प्यार था ।
लेकिन वह उसे अपने प्यार के बारे में नहीं बता पाता था ।
वह चुपचाप उसके बाग में काम करता था , मगर राजकुमारी उसकी ओर देखती तक नहीं थी ।
अत :
एक दिन राजा ने सोचा कि अब उसकी बेटी बड़ी हो गई है , उसके विवाह के लिए वर की तलाश करनी चाहिए ।
यह सब सोचकर उसने दो राजकुमारों को अपने यहां बुलवाया और राजकुमारी से कहा , " तुम इन दोनों में से किसी को अपने लिए चुन लो । "
उन राजकुमारों में एक नाटा - मोटा और दूसरा पतला लंबा था ।
राजकुमारी बोली , “ मेरा दूल्हा तो वही बनेगा , जो इस पेड़ पर चढ़कर मेरे लिए गुलाबी फूल ले आएगा । "
यह शर्त सुनकर मोटे राजकुमार ने पेड़ पर चढ़ने का मन बनाया ।
वह बड़ी मुश्किल से वहां तक गया ।
उसका चेहरा लाल हो गया था और दम फूलने लगा था ।
वहां उसने सुनहरे रंग की एक चील को फूल के पास बैठे देखा ।
चील काफी बड़ी और भयानक थी , अतः वह घबरा गया ।
मोटा राजकुमार बड़ी तेजी से पेड़ से नीचे उतरने लगा ।
इसके बाद वह वहां से ऐसा भागा कि लौटकर वापस नहीं आया ।
फिर पतले राजकुमार ने पेड़ पर चढ़ने के लिए रस्सी मांगी ।
वह मोटे राजकुमार का मजाक उड़ा रहा था ।
उसे पूरा यकीन था कि वह बड़ी आसानी से फूल ला सकता था । जब वह ऊपर पहुंचा , तो उसे भी चील मिली ।
चील ने पूछा , “ तुम यहां क्यों आए हो ? " राजकुमार बोला , " मैं यह फूल लेने आया हूं । "
चील ने पूछा , " तुम फूल क्यों ले जाना चाहते हो ?
इसे ले जाने से तुम्हें क्या लाभ होगा ?
" राजकुमार बोला , " मैं राजकुमारी से शादी करूंगा और राजा बन जाऊंगा । " यह सुनकर चील को गुस्सा आ गया ।
उसने राजकुमार को राज्य से बाहर खदेड़ दिया ।
जब वह वहां से चला गया , तभी उसने चैन की सांस ली ।
नौजवान माली चुपचाप वहां खड़ा यह सब देखता रहा ।
वह अच्छी तरह जानता था कि राजकुमारी गुलाबी फूल पाना चाहती है , इसलिए वह उस पेड़ पर चढ़ गया ।
उसे भी सुनहरी चील मिली ।
चील ने उससे वहां आने का कारण पूछा । वह बोला , " श्रीमान , मैं तो एक माली हूं ।
लेकिन मैं राजकुमारी से प्रेम करता हूं और उसे हमेशा खुश देखना चाहता हूं ।
राजकुमारी यह फूल पाना चाहती है , इसलिए मैं इसे लेने आया हूं ।
" चील को यह जवाब बहुत अच्छा लगा ।
उसने माली को वह फूल लेने की अनुमति दे दी ।
चील ने उससे यह भी कहा कि वह उसे अपनी पीठ पर बिठाकर नीचे छोड़ आएगी ।
जब माली चील पर सवार होकर नीचे पहुंचा , तो राजकुमारी वहां खड़ी सब कुछ देख रही थी ।
जब राजकुमारी ने उस नौजवान माली के हाथ में गुलाबी फूल देखा , तो जान गई कि वह उससे बहुत प्यार करता है ।
फिर कुछ दिनों बाद उसने माली से विवाह कर लिया ।
आगे चलकर वे उस राज्य के राजा और रानी बने ।
राजा और रानी बनने के बाद भी उन्होंने अपने बाग से प्यार करना नहीं छोड़ा था ।
वे अब भी उसकी पूरी देखरेख करते थे ।