प्रसिद्ध परामनोवैज्ञानिक जान केनिंग ने प्रेतात्माओं से संबंधित अपने अनेक विलक्षण अनुभवों को अपनी पुस्तक 'फिफ्टी ग्रेट घोस्ट स्टोरीज' में संकलित किया है।
इसी की एक कथा इस प्रकार है--जिम राबर्टसन और ब्रीएली का बचपन एक ही गांव में एक साथ बीता था।
पड़ोसी होने के नाते दोनों साथ-साथ खेले, पढ़े और बड़े हुए। जिम राबर्टसन, ब्रीएली से दो वर्ष बड़ा था।
इसीलिए उसकी शादी भी पहले हुई। सुंदर दुल्हन को पाकर जिम फूला नहीं समाया।
ब्रीएली के साथ उसकी दोस्ती अब भी थी। कुछ समय बाद उसके मन में यह भय सताने लगा कि ब्रीएली उसकी पत्नी पर आशिक हो गया है।
वह ब्रीएली को शंकित निगाहों से देखने लगा।
दरअसल जिम अपने काम के सिलसिले में अक्सर शहर से बाहर रहता था। वह रेलवे में इंजन ड्राइवर था।
जब भी रात को जिम अपनी ड्यूटी पर होता तो ब्रीएली उसकी पत्नी का हालचाल पूछने के लिए उसके घर चला जाता।
ब्रीएली उसको गैरहाजिरी में उसके घर क्यों जाता है, जिम को यही बात खाए जाती थी।
ब्रीएली के मन में कोई पाप नहीं था। वह जिम को अपने सगे भाई से भी अधिक प्यार करता है।
उसके मन को उस समय गहरा सदमा लगा जब उसे यह महसूस हुआ कि जिम उस पर शक करने लगा है।
ब्रीएली ने जिम के घर आना- जाना कम करने के बजाय ज्यादा कर दिया।
उसका परिणाम यह निकला कि जिम की पत्नी भी ब्रीएली को मन ही मन चाहने लगी। जिम को भांपते देर नहीं लगी और उसने ब्रीएली से संबंध विच्छेद कर लिया।
अब ब्रीएली उदास रहने लगा। कभी-कभी वह अपने दिल का हाल पत्र द्वारा जिम की पत्नी तक पहुंचा दिया करता।
जल्द ही पत्र व्यवहार का सिलसिला-सा शुरू हो गया।
एक दिन एक पत्र जिम के हाथ लग गया।
बस फिर क्या था। जिम पत्र पढ़ते ही क्रोध से आग बबूला हो उठा और उसी आवेश में उसने अपनी पत्नी व बच्चों की हत्या कर डाली पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद उसने आत्महत्या कर ली।
ब्रीएली को जिम के परिवार के खत्म होने का बहुत दुख हुआ।
कुछ दिन तो वह मारा-मारा फिरता रहा, फिर वह भी रेलवे में भर्ती हो गया। इंजन ड्राइवर बनकर लंबी दूरी की रेलगाड़ियां चलाने लगा।
दुर्भाग्यवश उसे वह इंजन मिला, जो कभी जिम चलाया करता था। उस इंजन को चलाने का उसका अभी पहला ही दिन था कि उसके साथ विचित्र घटनाएं घटने लगीं ।
पहले ही दिन जब वह अपनी ड्यूटी पर आया तो उसने महसूस किया कि इंजन में कोई अदृश्य रूप से पहले ही विद्यमान है।
ऐसा उसे इसलिए अनुभव हुआ क्योंकि अभी उसने इंजन के किसी भी हिस्से को छुआ नहीं था कि उसके कलपुर्जे अपने आप हिलने लगे।
फिर जैसे स्वत: ही इंजन चलने लगा। ज्यों ही ट्रेन चलने का समय हुआ, तो उसके हैंडल पर हाथ रखने से पहले ही इंजन चलने लगा।
ब्रीएली की टांगे कांपने लगीं और भय के मारे माथे पर पसीना आ गया। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है । गाड़ी की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी।
उस पर ब्रीएली का कोई नियंत्रण नहीं था, वह जिस भी पुर्ज को हाथ लगाता, वह स्वचालित हो जाता। इसी रास्ते में जिम का घर भी पड़ता था।
जिम के घर के पास उसने गाड़ी को रफ्तार कम करनी चाही परंतु जैसे सब कुछ उसके नियंत्रण के बाहर था। गाड़ी अपनी तीब्र रफ्तार से आगे बढ़ रही थी।
यह सिलसिला काफी समय तक चलता रहा। ब्रीएली बस इंजन में सवार हो जाता। परंतु एक दिन उसके साथ बड़ी भयानक घटना घटी, जिसका अनुमान उसे बहुत पहले से हो गया था।
गाड़ी जिस समय जिम के मकान के सामने से गुजरी, उसकी रफ्तार और तेज हो गई।
तभी ब्रीएली ने देखा कि कोई अदृश्य शक्ति इंजन से भाप निकालने वाले ढक्कन को खोल रही है, जिससे गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो सकती है।
ब्रीएली और उसके एक सहयोगी ने मिलकर ढक्कन बंद रखने की कोशिश की, लेकिन उस अदृश्य शक्ति के हाथ इतने मजबूत थे कि वह ढकक्कन को खोलता चला जा रहा था।
फिर अचानक गाड़ी की रफ्तार इतनी तीब्र हो गई कि जैसे वह हवा से बातें कर रही हो ।
इसी तीब्रता में गाड़ी पटरी से उतरते-उतरते रह गई ।
ढक्कन बंद हो गया लेकिन एक भयंकर दुर्घटना होते-होते बच गई । बात यहीं खत्म नहीं हुई ।
यह घटना हर रात दोहराई जाने लगी। ब्रीएली अब समझ चुका था कि यह उसके मित्र की प्रेतात्मा है जो मृत्यु के उपरांत उससे बदला लेना चाहती है।
ब्रीएली ने अपनी बदली करवा ली। उस दिन ब्रीएली का उस मार्ग पर अंतिम दिन था।
उस दिन ब्रीएली अपनी पत्नी और छोटी लड़की को भी उस गाड़ी पर घुमाने के इरादे से साथ लाया था, जो पिछले डिब्बे में बैठे हुए थे।
आज भी गाड़ी अपने आप स्टार्ट होकर चल पड़ी थी।
उसकी रफ्तार पहले की तरह ही अपने आप बढ़ती गई।
भाप का ढक्कन अपने आप खुलता चला गया।
ज्यों ही गाड़ी जिम के मकान के सामने से गुजरी, भाप का ढक्कन दोबारा नहीं लग पाया।
गाड़ी पटरी से उतर गई व जिम के मकान की तरफ बढ़ चली। ब्रीएली, उसकी पत्नी व बच्ची तीनों छिटककर गाड़ी से बाहर जा गिरे और उनकी मृत्यु हो गई।