वह तस्वीर किसकी थी ?

रायपुर के एक फोटोग्राफर द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में खींची गई तस्वीर ने संपूर्ण शहर में सनसनी फैला दी है।

फोटोग्राफर ने कलेक्ट्रेट परिसर में बने फव्वारे पर एक महिला को बिठाकर उसकी तस्वीर लेनी चाही थी लेकिन जब उसने इस रील की धुलाई की तो उस महिला का जो चेहरा उभरकर आय वह वीभत्स व डरावना भी था।

फोटोग्राफर स्वयं ताज्जुब कर रहा है कि ऐसे कैसे हो गया।

लेकिन कतिपय लोगों ने उक्त फोटो देखने के बाद जो शिनाख्त की वह और भी दिलचस्प व रोचक होने के साथ-साथ सनसनीखेज भी है।

कलेक्ट्रेट के अनेक लोगों ने इसे देखने के बाद कहा है कि फोटो में उभरकर आया चित्र वर्षों पूर्व मृत कलेक्ट्रेट के ही एक कर्मचारी श्रीवास्तव का है, जिसकी मृत्यु हो गई थी।

उक्त फोटोग्राफरों ने अपने द्वारा खींचे इस छाया-चित्र की धुलाई के बाद अन्य फोटोग्राफरों को भी इसे दिखाया।

उनका कहना था कि कभ-कभी ऐसा भी होता है कि फोटो खींचने से पूर्व किसी ने क्लिक दबा दिया हो और सामने वाले का चेहरा धुलाई में विकृत हो गया हो।

लेकिन अगर ऐसा है तो चित्र उस व्यक्ति का आना चाहिए था जो सामने रहा हो किन्तु यहाँ जो चेहरा सामने आया है, उसकी शिनाख्त कलेक्ट्रेट के लोग अपने मृत साथी के रूप कह रहे हैं।