1959 में ब्रिटेन के हैंपशायर शहर की कैथरीन रोज अपने लिए सस्ते गिटार की तलाश में पुरानी चीजों की एक दुकान में जा पहुंची ।
उसने दुकान के वयोवृद्ध मालिक स्मिथ जोनाथन को अपनी फरमाइश बताई।
स्मिथ ने अपनी बुढ़ाती याददाश्त पर जोर डाला और कैथरीन को कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा।
थोड़ी देर बाद जैसे उसे कुछ याद आया।
वह दुकान के पिछवाड़े बने एक स्टोर में गया और वहां से ढूंढकर एक पुराना-सा गिटार खोज लाया और उसे रोज के सामने रख दिया।
रोज को जब इसकी कीमत पता चली तो वह बहुत खुश हुई।
डेढ़ पौण्ड कौ अविश्वसनीय कीमत पर एक गिटार भला किसे बुरा लगता।गिटार लेकर जब वह घर लौटी तभी से उसके बुरे दिनों की शुरुआत हो गई।
उसी दिन रात को खाने के बाद रोज का मूड हुआ कि कुछ देर गिटार बजाया जाए।
उसने जैसे ही टेबल पर रखे गिटार को उठाने के लिए हाथ बढ़ाया, उसे कहीं से गिटार बजने की बड़ी मधुर आवाज सुनाई दी।
उसने इधर-उधर देखा मगर कमरे में कोई नहीं था। फिर तो जैसे यह सिलसिला ही शुरू हो गया।
रोज जब भी गिटार बजाना चाहती, गिटार का मीठा-मीठा संगीत उसे अपने कानों में गूंजता सुनाई देने लगता। ताज्जुब की बात यह थी कि उसी के साथ घर में रह रही उसकी मां और छोटी बहन को ऐसी कोई आवाज सुनाई नहीं देती ।
रोज को डर लगा कि कहीं वह किसी मनोरोग का शिकार तो नहीं हो रही ।
उसने निकट के एक मनोचिकित्सक से संपर्क किया। उसने अपनी जांच में कैथरीन रोज को बिल्कुल दुरुस्त पाया, मगर रोज की हालत दिनों-दिन बिगड़ने लगी ।
एक दिन उसकी मां उसे स्थानीय चर्च के एक पादरी के यहां ले गई सारी बातें सुनने के बाद पादरी इस नतीजे पर पहुंचा कि हो न हो, इसके पीछे कोई अशरीरी शक्ति है ।
उसने रोज को सलाह दी कि वह इस गिटार के असली मालिक का पता लगाए। कैथरीन अपनी मां के साथ फिर से स्मिथ जोनाथन के पास पहुंची ।
पहले तो स्मिथ ने उसे गिटार से संबंधित कोई भी जानकारी दे पाने में असमर्थता जताई, मगर जब दोनों मां-बेटी ने उसे अपनी समस्या बताई तो उसने अपने खरीद-फरोख्त वाले पुराने रजिस्टर देखने शुरू कर दिए ।
सौभाग्य से उसे चार साल पुराने एक रजिस्टर में गिटार का ब्यौरा मिल गया।
गिटार और कई दूसरी चीजें स्मिथ ने हैम्पशायर की एक बूढ़ी महिला मिसेज फ्रांसिस से खरीदी थी।
रोज और उसकी मां वहां पहुंची तो उन्हें एक दुखद कहानी पता चली ।
दरअसल यह सारा सामान साइमन नाम के एक किशोर छात्र का था जो गिटार का बहुत शौकीन था। एक सहपाठी लड़की के प्रेम में नाकाम रहने के कारण उसने आत्महत्या कर ली थी।
पूरी जानकारी पाने के बाद रोज ने फिर पादरी से विचार-विमर्श किया।
उसने गिटार को जलाकर नष्ट कर देने की राय दी। रोज ने ऐसा ही किया। इसके बाद सब कुछ ठीक हो गया।