मृत माँ की आत्मा ने बच्चों की जान बचाई

एक महिला अपने दो बच्चों को छोड़कर परलोक सिधार गई।

कुछ समय बाद उसका पति अपने बच्चों के साथ अपने एक दोस्त के घर गया।

दोस्त गपशप करने लगे और दोनों बच्चों खेलते-खेलते एक सीढ़ी की ओर चले गए।

ये सीढियाँ एक तहखाने की ओर जाती थी। वे सीढियाँ उत्तर रहे थे कि उन्हें अपनी माँ दिखाई दी।

माँ ने कहाँ, वहां नहीं जाओ। चलो, ऊपर आओ।

माँ का कहना मानकर दोनों बच्चे ऊपर की ओर आने लगे। तभी गृहस्वामी को ख्याल आया कि बच्चे कहीं तहखाने की सीढियाँ की ओर न चले जाएं।

कारण तहखाने में एक कुआं भी था। वे उसी और लपके। बच्चों को देखकर उनकी जान में जान आई।

उन्होंने पूछा, सीढियाँ की तरह तो नहीं गए थे ?

बच्चों ने उन्हें बताया, वे जा तो रहे थे, पर अभी-अभी माँ मिली थी।

उन्होंने जाने से मना किया तो हम मान गए।

बच्चों का पिता और उसका मित्र दोनों आश्चर्यचकित थे। क्या बच्चों की मृत माँ की आत्मा ने बच्चों की जान बचाई।