एक बार एक वृद्ध ने किसी युवक को एक हज़ार रुपए सुरक्षित रखने के लिए दिए।
कुछ समय के बाद वृद्ध ने जब अपना पैसा वापस माँगा तब युवक ने कहा कि उसने उसको कोई रुपया सुरक्षित रखने को नहीं दिया था।
वृद्ध ने बीरबल से सहायता माँगी। बीरबल ने पूछा कि पैसे देते समय क्या कोई गवाह था?
उसने कहा, “वहाँ कोई भी नहीं था।
पैसे देते समय हमलोग एक पेड़ के नीचे खड़े थे।
" बीरबल ने वृद्ध से कहा, “जाओ और गवाही देने के लिए उस पेड़ को यहाँ बुला लाओ।"
वृद्ध अचंभित था पर बीरबल की बात मानकर चला गया।
इसी बीच बीरबल ने युवक से कहा, “अभी तक अवश्य वह उस पेड़ तक पहुँच गया होगा।”
युवक ने उत्तर दिया, “नहीं, वह पेड़ बहुत दूर है।"
वृद्ध के वापस आने पर बीरबल ने कहा, “तुम्हारे जाने पर पेड़ आया था और उसने
गवाही दे दी”।
फिर युवक की ओर मुड़कर बीरबल ने कहा, "अगर तुमने वृद्ध के पैसे नहीं रखे थे तो तुम्हें कैसे पता कि वह पेड़ दूर था?"
युवक कुछ बोल नहीं पाया।
उसने क्षमा माँगी और वृद्ध के पैसे लौटा दिए।