Monkey Ki Kahani

Nani Ki Kahani- नानी की कहानी

Nana Nani Ki Kahaniyan - नाना-नानी की कहानी

एक वह समय था, जब बच्चे नाना-नानी के पास अक्सर जाया करते थे। खेल-खेल में वे जीवन के सुंदर मूल्यों को ग्रहण कर लिया करते थे। पर आज, जब व्यस्तताएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे समय में ये कहानियां ही हैं, जो हमें आने वाली पीढ़ी के और निकट ला सकती हैं। रात को सोने से पहले के वे पल, जब हम और हमारे लाडले साथ-साथ कहानियों का आनंद उठाते हैं, अमूल्य होते हैं। इन्हीं पलों में अनजाने ही हमारे बीच का प्यार और प्रगाढ़ होता जाता है और बच्चे सीख जाते हैं, जीवन का सबसे पहला मूल्य-संबंधों की मधुरता का मूल्य । यहाँ जो भी कहानी है उसमे एक छोटे बच्चे की आंखों से देखने की कोशिश की गई है। चाहा है कि हर कहानी को एक बच्चे के कानों से सुना जाए और एक बच्चे के मन से समझा जाए। कोशिश की गई है कि ऐसा कोई भी शब्द, जो उनके कोमल मन को चुभे, इन कहानियों के माध्यम से उनके कानों तक न पहुंचे। यहां हर कहानी को एक सकारात्मक अंत मिला , जिससे कि बच्चों के स्वप्नों को मिले एक सार्थक आरंभ।

Nani Wali Kahani - नानी वाली कहानी

1. रहस्यमय बाँसुरी-वादक

दो पड़ोसी राज्यों के राजाओं में आपस में शत्रुता थी। एक राज्य का नाम था चंद्रलोक। दूसरे का नाम था सूर्यनगरी।

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2. रिमझिम और टिमटिम

दो पड़ोसी राज्य थे-रिमझिम और टिमटिम। रिमझिम राज्य में बारिश बहुत होती थी और टिमटिम में बादल बहुत कम आते थे।

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3. चींटी करती हरदम काम

एक बडी-सी मक्खी आराम कर रही थी। तभी उसे अपने पैरों में गुदगुदी महसूस हुई। मक्खी ने देखा कि एक छोटी-सी चींटी उसके पैरों के ऊपर से जा रही थी।

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4. राख को रस्सी

यह उस समय की बात है, जब भारत में राजाओं का राज्य था। एक साहसी राजा थे दीपेंद्रसिंहश। उनकी महारानी शोभना भी बहुत बुद्धिमान थीं।

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5. प्रिज्य से निकले सात रंग

समुद्र के बीचोंबीच एक छोटा-सा द्वीप था। वह रंगहीन द्वीप के नाम से जाना जाता था।

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6. शर्मीला मोनू

छ: वर्ष का एक बच्चा था मोनू। वह बहुत ही शर्मीला था। उसका शर्मीलापन इतना ज्यादा था कि उसे खुद ही अच्छा नहीं लगता था।

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7. तो पूछिए प्रश्न?

एक छोटा-सा द्वीप था।द्वीप यानि समुद्र के बीच जमीन का एक डुकड़ा।इस ट्वीप पर कुछ लोग रहते थे।

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8. भाग्यशाली कागज

पायल पहली कक्षा में पढ़ने वाली प्यारी बच्ची थी। एक दिन तेयार होकर जब वह स्कूल जाने के लिए बाहर आई तो कार के पास उसे एक कागज मिला।

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9.चीकू खरगोश ने झूठ बोला

दो खरगोश थे। वे स्कूल जाने के लिए साथ-साथ घर से निकलते थे। स्कूल का समय खत्म होने पर साथ-साथ ही घर वापिस आते थे।

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10. प्रिंस के खिलोने कहाँ गए ?

प्रिंस सात वर्ष का एक जिद्दी बच्चा था।उसके पास ढेर-सारे खिलौने थे। लकडी के इमारती ब्लॉक्स, गाडियाँ, बैटरी से चलने वाले रोबोट, कारें, हवाई जहाज, लूडो, साँप-सीढी, स्क्रेबल, वगैरह-वगेरह।

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11. जानवरों ने सिखाया सबक

एक घना और हरा-भरा जंगल था। जंगल में बहुत सारे ऊँचे पेड थ। पंड़ों पर बहुत से पक्षी और गिलहरियों के घर थे।

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12.खाली बैठी बोर हुई बिल्ली

मिमी एक प्यारी सी सफेद पालतू बिल्ली थी। एक दिन की बात है, वह अकेली बेठी बोर हो रही थी।

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13.करामाती बर्तन

एक लकड़हारा और उसकी पत्नी जंगल में लकडियाँ काटने गए। जब वे बहुत थक गए तो एक पेड के नीचे कुछ देर आराम करने के लिए बेठ गए।

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14.झूठ बोला, मंत्र भूला

एक था लालचंद और एक था डालचंद। दोनों के घर में आम का एक-एक पेड़ था, जिसमें मीठे आम लगते थे।

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15.खटमल ने समझाया, मच्छर ने सब भुलाया

एक महल में राजा का विशाल कमरा था। पूरे कमरे में सुंदर-सजावटी चीजें थीं। राजा के सोने के लिए एक विशाल पलंग भी था।

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