एक वह समय था, जब बच्चे नाना-नानी के पास अक्सर जाया करते थे। खेल-खेल में वे जीवन के सुंदर मूल्यों को ग्रहण कर लिया करते थे। पर आज, जब व्यस्तताएं बढ़ती जा रही हैं, ऐसे समय में ये कहानियां ही हैं, जो हमें आने वाली पीढ़ी के और निकट ला सकती हैं। रात को सोने से पहले के वे पल, जब हम और हमारे लाडले साथ-साथ कहानियों का आनंद उठाते हैं, अमूल्य होते हैं। इन्हीं पलों में अनजाने ही हमारे बीच का प्यार और प्रगाढ़ होता जाता है और बच्चे सीख जाते हैं, जीवन का सबसे पहला मूल्य-संबंधों की मधुरता का मूल्य । यहाँ जो भी कहानी है उसमे एक छोटे बच्चे की आंखों से देखने की कोशिश की गई है। चाहा है कि हर कहानी को एक बच्चे के कानों से सुना जाए और एक बच्चे के मन से समझा जाए। कोशिश की गई है कि ऐसा कोई भी शब्द, जो उनके कोमल मन को चुभे, इन कहानियों के माध्यम से उनके कानों तक न पहुंचे। यहां हर कहानी को एक सकारात्मक अंत मिला , जिससे कि बच्चों के स्वप्नों को मिले एक सार्थक आरंभ।
बहुत पुरानी बात है, चीन के एक गाँव में एक लड़का चैंग अपनी माँ के साथ रहता था।
आगे पढ़े यहाँबहुत पुराने समय की बात है, जब आज जैसे हथियार नहीं होते थे। मनुष्य को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
आगे पढ़े यहाँकेरल के एक गाँव में नायर परिवार रहता था। परिवार का सबसे छोटा सदस्य था संदीप।
आगे पढ़े यहाँएक शहर में एक अमीर व्यक्ति था, नाम था कटोरामल।उसके पास बहुत सारे बर्तन थे।
आगे पढ़े यहाँधनीरामजी एक अमीर व्यापारी थे।उनकी कई मिलें थीं, कपड़े की मिलें, कागृज् की फैक्ट्रियाँ।
आगे पढ़े यहाँयह एक पुरानी लोककथा है।फिलीपिन्स नाम देश में एक राजा राज्य करता था। वह बहुत ही बुद्धिमान था।
आगे पढ़े यहाँसोनू एक शरारती लड॒का था।बात-बात में दूसरों को ललकारना और शर्त लगाना उसे बहुत पसंद था।
आगे पढ़े यहाँगुड्डू के बहुत सारे दोस्त थे। मीनू और उसका भाई सोनू, आँचल और उसका भाई शिवम्, चीनू, टिंकू, सौरभ और
आगे पढ़े यहाँबहुत पुरानी बात है, एक शहर में एक चित्रकार रहता था।वह बहुत सुंदर चित्र बनाता था।
आगे पढ़े यहाँएक छोटी-सी चींटी एक पेड के नीचे से जा रही थी। तभी एक पत्ता तेजी-से उसके ऊपर गिरा।
आगे पढ़े यहाँयह उस समय की कहानी है जब मनुष्य को घर बनाना नहीं आता था।उसे बाहर खुले आकाश के नीचे सोना पड़ता था।
आगे पढ़े यहाँयह उन दिनों की बात है, जब मनुष्य को कपड़े बनाना नहीं आता था।अपने शरीर को ढकने के लिए वह पेडों के पत्ते बाँध लेता था।
आगे पढ़े यहाँजब यह धरती बनी तब आकाश में बस सूरज था।फिर रात में हलका प्रकाश रहे इसलिए ईश्वर ने चंद्रमा बनाया।
आगे पढ़े यहाँएक महल में राजा का विशाल कमरा था। पूरे कमरे में सुंदर-सजावटी चीजें थीं।
आगे पढ़े यहाँएक था लालचंद और एक था डालचंद।दोनों के घर में आम का एक-एक पेड़ था, जिसमें मीठे आम लगते थे।
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